पासपोर्ट हर भारतीय नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, विशेषकर उनके लिए जो विदेश में रह रहे हैं। यह न केवल पहचान का प्रमाण है, बल्कि विदेश में रहते हुए कानूनी और सुरक्षित तरीके से यात्रा करने का एकमात्र साधन भी है। हालांकि, अगर पासपोर्ट खो जाए या चोरी हो जाए, तो यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। ऐसी स्थितियों में, विदेश में रह रहे भारतीय नागरिकों को वहां स्थित भारतीय दूतावास से सहायता लेनी होती है। दूतावास की जिम्मेदारी होती है कि वह नागरिक को नया पासपोर्ट जारी करे, लेकिन इसके लिए पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट (PCC) की प्रक्रिया जरूरी होती है।
हालांकि, कई मामलों में इस प्रक्रिया के दौरान भ्रष्टाचार की घटनाएँ सामने आई हैं, जहां संबंधित अधिकारी लाभार्थी की मजबूरी का फायदा उठाकर रिश्वत की मांग करते हैं। इस लेख में हम पासपोर्ट से जुड़ी समस्याओं, PCC की प्रक्रिया, और ऐसे भ्रष्टाचार के मामलों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। साथ ही, हम इस बात पर जोर देंगे कि कैसे भारतीय नागरिक इस तरह की समस्याओं से निपट सकते हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में भागीदार बन सकते हैं।